Tulsi ka paudha : तुलसी को हिंदू धर्म में एक पवित्र पौधा माना जाता है और इसे भगवान विष्णु की पत्नी, मां लक्ष्मी का अवतार माना जाता है। तुलसी के पौधे को घरों में उगाने का विशेष महत्व है। इसके बारे में कई प्राचीन और लोकप्रिय कथाएं भी हैं, जो इसे धार्मिक और आध्यात्मिक संस्कृति में एक महत्वपूर्ण स्थान देती हैं। तुलसी को वैज्ञानिक और औषधीय गुणों के लिए भी पहचाना जाता है। तुलसी में विटामिन सी, विटामिन ए और विटामिन के साथ-साथ अनेक पोषक तत्व होते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। 4तुलसी के पत्तों का उपयोग खांसी, सर्दी, बुखार आदि विभिन्न रोगों के उपचार में भी किया जाता है।
तुलसी की पूजा करने से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है, और घर में सकारात्मकता का वास होता है। तुलसी की पूजा और ध्यान से व्यक्ति का मानसिक और आध्यात्मिक संतुलन बना रहता है और उसके जीवन में शांति और समृद्धि का अनुभव होता है। तुलसी के पौधे को धर्म और वास्तु शास्त्र में विशेष महत्व दिया जाता है और इसके संबंध में कुछ नियमों का पालन किया जाता है ताकि भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है और सकारात्मकता एवं धन समृद्धि की प्राप्ति होती है।
तुलसी के पौधे को जमीन पर न लगायें :
तुलसी के पौधे को भूलकर भी जमीन में न लगाये वरना आर्थिक हानि के आसार होते है और यही नहीं अगर आप इसे गमले में लगाते है तो इसके कई सरे लाभ मिलते है।
भूलकर भी इस दिन न चढ़ाएं तुलसी पर जल :
वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार रविवार तथा एकादशी के दिन पर तुलसी के पौधे में जल न चढ़ाएं और ना ही तुलसी के पौधे को छुएं और ना उसकी पत्तियां तोड़ें।
भूलकर भी इस दिशा में न लगाये तुलसी का पौधा :
वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार तुलसी के पौधे को दक्षिण दिशा में नहीं लगायें और जितना हो चुके इसे पूर्व, उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में ही रखें।
यहाँ दी गयी जानकारी मात्र मान्यताओं पर आधारित है, jskymedia इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी टोटके को अमल करने से पूर्व विशेषज्ञ की जानकारी अवश्य लें।